धूर्त बिल्ली का न्याय की कहानी Billi Ka Nyay Story In Hindi. यह कहानी एक जंगल की है जहां एक पेड़ की खोल में एक तीतर रहता था। तीतर लंबे अरसे से उस पेड़ की खोल पर रह रहा था। जब कभी भी उसे भूख लगती है तो वह खेतों में चला जाता और अपना पेट भरता था। अपना पेट भर लेने के बाद वह वापस अपने घर में आकर आराम करता। इसी तरह से उसका जीवन चल रहा था।
एक दिन उसका एक दोस्त उसके पास आया और उससे बोला कि यहां से कुछ दूरी पर तरह-तरह के फसल लगे हुए हैं। ऐसे में दोनों उस फसल का आनंद उठाने के लिए वहां से चले गए। वहां पहुंचते-पहुंचते और फसल का आनंद लेते लेते उन्हें बहुत समय हो गया। इसे वह तीतर अपने घर वापस नहीं आया। वह तीतर फसल का आनंद लेने में इतना मगन था कि वह खेत के आसपास ही रहने लगा।
लंबे अरसे से उसका घर खाली था इस वजह से वहां एक खरगोश आकर रहने लगा। उस खरगोश ने पेड़ की खोल को अपना घर बना लिया था।
फसल की कटाई का समय आ चुका था। कुछ दिनों बाद फसल की कटाई हो चुकी थी। ऐसे में वह तीतर वापस अपने जंगल चला गया। जब वह वापस आया तो उसने देखा कि उसके घर पर एक खरगोश रह रहा है। ऐसे में वह गुस्सा होकर उस खरगोश के पास गया और उससे बोला, “तुम यहां क्या कर रहे हो? यह मेरा घर है जल्द से जल्द इसे खाली कर दो।”
यह सुनकर खरगोश बोला, “क्या तुम्हें जंगल का नियम नहीं पता? जो जहां रह रहा है वह उसी का घर हो जाता है। यह जगह लंबे अरसे से खाली था इस वजह से मैं यहां आकर रहने लगा। अब यह मेरा घर है और इससे तुम्हारा कोई लेना देना नहीं है।”
घर को लेकर तीतर और खरगोश के बीच बहस छिड़ गई। दोनों बातों ही बातों में लड़ाई कर रहे थे। लड़ाई करते-करते उन दोनों ने सोचा कि उन्हें किसी तीसरे की मदद लेनी चाहिए ताकि वे अपनी समस्या का निवारण कर सके।
जब वे दोनों आपस में लड़ रहे थे तभी पास में एक बिल्ली उन दोनों को देख रही थी। तीतर और खरगोश को देखकर बिल्ली के मुंह में पानी आ रहा था। वह दोनों को खाना चाहती थी तभी उसने एक षड्यंत्र रचा। वह एक ज्ञानी की तरह वहां बैठ गई और ज्ञान की बातें करने लगी। वह जोर-जोर से ज्ञान की बातें कर रही थी ताकि उसकी बात खरगोश और तीतर के कानों में पहुंचे।
जैसे ही खरगोश और तीतर उसकी बात सुने तब उन्होंने सोचा कि वे बिल्ली के पास जाकर अपनी समस्या का हल निकालेंगे। दोनों ने बिल्ली से कहा, “आप हमें एक ज्ञानी लगते हैं। हम चाहते हैं कि आप हमारी समस्या को हल कर दे और हमें बताएं कि इस घर का असली मालिक कौन है? और जो इस घर का मालिक नहीं है उसे आप खा सकते हैं।”

बिल्ली ने बड़ी चालाकी से उन दोनों को जवाब दिया, “मैंने हिंसा करना छोड़ दिया है और मैं किसी को नहीं मारती। मैं बुढ़ी हो चुकी हूं इसीलिए मुझे ज्यादा अच्छे से सुनाई नहीं देता। तुम दोनों मेरे पास आओ ताकि मैं तुम्हारी बातों को सुन सकूं और अच्छे से फैसला दे सकूं।”
यह सुनकर वे दोनों बिल्ली के पास गए। बिल्ली ने मौका देखकर तीतर और खरगोश पर वार किया। वे दोनों, तीतर और खरगोश मारे गए और बिल्ली का मकसद पूरा हुआ। धूर्त बिल्ली का न्याय की कहानी Billi Ka Nyay Story In Hindi.
Moral of Billi Ka Nyay Story In Hindi
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें अपने निवास स्थान का ध्यान रखना चाहिए और उसकी रखवाली करनी चाहिए। इस कहानी से हमें यह भी शिक्षा मिलती है कि अगर दो लोग आपस में झगड़ा कर रहे हो तो तीसरे को बीच में नहीं लाना चाहिए।
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